गर्भपात के आयुर्वेदिक उपाय से मेथी, तुलसी, पपीते के बीज, इलायची, जायफल से गर्भपात कैसे करें

कई जगहों पर गर्भपात करने के घरेलू उपाय नुस्खे के तरीके काम में लिए जाते हैं. यह गर्भपात करने के तरीके आयुर्वेदिक देशी व होममेड होते हैं. आज हम घरेलू तरीकों से होने वाले गर्भपात के बारे में तथा क्या यह सही है और सुरक्षित है इस बारे में चर्चा करेंगे. इस प्रकार से घरेलू उपचार से यानी गर्भपात के आयुर्वेदिक उपाय का प्रयोग करके आप अनचाही प्रेगनेंसी से किस प्रकार छुटकारा पा सकते है इस बारे विस्तार से जानकारी देने की चेष्टा करेंगे. यदि आपके मन मे भी जिज्ञासा है की गलती से प्रेग्नेंट हो जाए तो क्या करें और गर्भपात कैसे करे (garbhpat kaise kare) तथा विभिन्न जड़ी बूटियों से गर्भपात के लिए काढ़ा कैसे बनाये तो इस लेख को ध्यान से पढें.

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गर्भपात कैसे होता है (Abortion meaning in hindi)

गर्भपात का परिभाषित अर्थ (meaning of abortion in hindi) होता है की गर्भाशय या बच्चेदानी से अर्धविकसित भ्रूण का निष्कासित होना. जब गर्भपात अपने आप हो जाता है तो मिसकैरेज कहा जाता है और यदि अनचाहे गर्भ या असुरक्षित गर्भ को जानबूझकर गर्भपात किया जाता है तो अबॉर्शन कहलाता है. इस तरह गर्भपात का अर्थ क्या होता है इस बारे में आपने जान लिया है, अब हम गर्भपात के आयुर्वेदिक उपाय के बारे में जानेंगे.

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गर्भपात के नियम व कानून

विश्व के कई देशों में गर्भपात को कानूनी स्वीकृति दी गई है, लेकिन गर्भपात के लिए कई नियम कायदे बने हुए हैं, उनकी पालना करके ही कानूनन गर्भपात किया जा सकता है. कानून अनुसार 5 महीने या 24 हफ्ते की गर्भावस्था के दौरान गर्भपात करवा सकते हैं. इसके लिए विभिन्न प्रकार की गर्भपात की परिस्थितियां इन नियमों में बताई गई है जिनके बारे पूर्ण रूप से वर्णन आगे किसी लेख में करेंगे.

घर पर ही गर्भपात कैसे करते हैं (How to abortion at home in Hindi)

गर्भपात करने के घरेलू उपाय गर्भावस्था की शुरुआत में ही उपयोगी है. यदि गर्भवती स्त्री के गर्भावस्था का समय 9 हफ्तों से कम होता है तो ऐसी स्थिति में चिकित्सकीय सलाह से घर पर ही गर्भपात करवा सकती है. कई बार घर पर गर्भपात करना खतरनाक भी हो सकता है इसलिए इसी विशेषज्ञ की सलाह और देखरेख में ही घर पर गर्भपात करवाना चाहिए. घर पर गर्भपात करने से पहले इसके बारे में पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए. यदि आप गर्भपात के आयुर्वेदिक उपाय यानी घरेलू नुस्खे का प्रयोग कर रही है तो किसी आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लेना चाहिए क्योंकि कई बार यह खतरनाक भी साबित हो सकता है.

गर्भपात करने के घरेलू तरीके आयुर्वेदिक नुस्खे उपाय (Desi Ayurvedik homemade tips for abortion in Hindi)

गर्भपात करने के घरेलू उपाय के तरीके से भी घर पर अबॉर्शन किया जाता है. हालांकि इन घरेलू तरीकों से अबॉर्शन करना या गर्भपात करना सुरक्षित नहीं रहता है और यह होममेड देसी आयुर्वेदिक नुस्खे से गर्भपात करना नुकसानदायक भी हो सकता है इसलिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से सलाह मशविरा करके ही इन तरीकों को अपनाए. गर्भपात करने के कुछ प्रमुख घरेलू उपाय व तरीके निम्न है-

पपीता से गर्भपात कैसे करें

ऐसी मान्यता है की लगातार कच्चा पपीता खाने से गर्भपात हो जाता है. कई जगह माना जाता है कि कच्चे या पके पपीता के सेवन से अबॉर्शन होना निश्चित होता है. पपीता के लेटेक्स में प्रोस्टाग्लैंडीन और ऑक्सीटोसिन हार्मोन तथा पपेन एंजाइम होते हैं जो गर्भपात का कारण बनता है. पपीता खाने से कितने दिन में गर्भपात हो जाता है तो यह प्रत्येक महिला के शारीरिक स्थिति तथा गर्भावस्था की अवधि पर निर्भर करता है. एक पाठक का सवाल मिला की पपीते के बीज से गर्भपात कैसे करें तो इस हेतु पपीते के बीज को सूखोकर, इसका पाउडर बनाकर दो चम्मच रोजाना लेना होता हैं.

अनानास से गर्भपात कैसे करें

जिस प्रकार कच्चा पपीता खाने से गर्भपात हो जाता है उसी तरह अनानास का सेवन अधिक मात्रा में करने से भी अबॉर्शन हो जाता है क्योंकि इसमें ब्रोमेलैन नामक एंजाइम पाया जाता है, जो पपीते में पाए जाने वाले पपेन नामक एंजाइम की तरह ही गर्भपात कराने में सहायक होता है. इसीलिए सुरक्षित गर्भावस्था के लिए पपीते और अनानास फल का सेवन वर्जित होता है.

विटामिन सी से गर्भपात

कई जगह ऐसी मान्यता है कि विटामिन सी के ज्यादा सेवन से अबॉर्शन हो जाता है इसलिए प्राकृतिक रूप से गर्भपात करने के लिए विटामिन सी की ज्यादा मात्रा में सेवन की सलाह कई लोग देते हैं. इस तरीके से गर्भपात करने के घरेलू उपाय के लिए गर्भवती महिलाएं विटामिन सी की प्रचुरता वाले फल, सब्जियों या विटामिन सी की गोलियों का सेवन करती है.

आंवला से गर्भपात

जैसा कि हमने ऊपर के पॉइंट में बताया है कि विटामिन सी की अधिक मात्रा से गर्भपात हो जाता है और आंवला में बहुत अधिक मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है इसलिए आंवला के अत्याधिक सेवन से अबॉर्शन होने की संभावना बढ़ जाती है. गर्भवती महिलाएं आंवले का उपयोग अनचाहे गर्भ गिराने के घरेलू उपाय के तरीके के रूप में करती है. इसके अतिरिक्त इलायची से गर्भपात कैसे करें इसके लिए इस पोस्ट को आगे तक पढ़ते रहे.

संतरा व नींबू से गर्भपात कैसे करें

नींबू से गर्भ कैसे गिराए तो जैसा की आप जानते है की आंवले की तरह ही संतरा और नींबू में भी बहुत अधिक मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है और जैसा कि ऊपर बताया गया है कि विटामिन सी के अत्याधिक सेवन से गर्भपात होने की संभावना रहती हैं. इसलिए कई महिलाएं अनचाहे गर्भ को गिराने के घरेलू तरीके व उपाय के रूप में नींबू और संतरे का अत्याधिक सेवन करती हैं. इस तरह आपको पता चल गया होगा की नींबू से गर्भ कैसे गिराए.

दालचीनी और काली मिर्च से गर्भपात कैसे करे

दालचीनी और काली मिर्च को गर्म तासीर का मसाला माना जाता है और गर्भावस्था के दौरान गरम तासीर वाले भोजन ना करने की सलाह कई जगहों पर दी जाती है. इसलिए कई क्षेत्रों में दालचीनी और काली मिर्च का उपयोग गर्भपात करने के लिए किया जाता है. इसके लिए गर्भवती महिला अत्याधिक मात्रा में दालचीनी तथा काली मिर्च का सेवन खाने में, काली चाय पीने में तथा गर्भपात के लिए काढ़ा आदि बनाने में करती है जिससे कि उसका अबॉर्शन हो जाए. इस प्रकार आप जान गए होंगे की दालचीनी और काली मिर्च से गर्भपात कैसे करे.

बबूल से गर्भपात

गर्भपात करने के घरेलू उपाय में बबूल का भी उपयोग किया जाता है यानी बबूल का काढ़ा पीने से गर्भपात हो जाता है. बबूल से गर्भपात के लिए काढ़ा कैसे बनाये तो इस हेतु बबूल के हरे पत्तों को 2 ग्राम मात्रा में लेकर, दो कप पानी मिलाकर इस मिश्रण को उबाल लिया जाता है. जब यह मिश्रण एक कप रह जाता है, तो इसे ठंडा करके इस काढ़ा का सेवन रोजाना तब तक किया जाता है जब तक गर्भपात नहीं हो जाए. काली चाय से गर्भ कैसे गिराए इसके बारे में इस लेख में आगे जानकारी प्रदान करेंगे.

तिल से गर्भपात

तिल या तिल्ली का सेवन सुरक्षित गर्भावस्था में सहायक एचसीजी हार्मोन की मात्रा को कम कर देता है, जो अबॉर्शन का कारण बनता है. कुछ जगहों पर भुने हुए तिल और शहद के सेवन का उपयोग अनचाहे गर्भ को गिराने के घरेलू तरीके के रूप में किया जाता है. इस तरह जब आपके सामने समस्या आती हैं की गलती से प्रेग्नेंट हो जाए तो क्या करें तो आप इन गर्भपात के आयुर्वेदिक उपाय को अपना सकते है.

केले के पत्ते से गर्भपात

कुछ क्षेत्र में केले के पत्तों का उपयोग गर्भपात करने के घरेलू उपाय के लिए और मासिक धर्म शुरू करने के लिए किया जाता है. इसके लिए केले के पत्तों को सुखाकर तथा बबूल की फलियों को सुखाकर, दोनों का चूर्ण बना लिया जाता है. फिर इस चूर्ण का सेवन रोजाना किया जाता है, जब तक की गर्भपात ना हो जाए और मासिक धर्म शुरू ना हो जाए.

कपास की जड़ से गर्भपात

कपास के पौधे में से उसकी जड़ लेकर तथा उसकी काली चाय बना कर सेवन करने से भी गर्भपात होने और मासिक धर्म शुरू करने की मान्यता कुछ क्षेत्रों में पाई जाती है. कपास के जड़ की काली चाय का सेवन तब तक किया जाता है जब तक अबॉर्शन ना हो जाए.

कॉफी से गर्भपात

गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में अत्याधिक मात्रा में कॉफी का सेवन करने से भी गर्भपात हो जाता है. इसीलिए डॉक्टर सुरक्षित गर्भावस्था के लिए गर्भावस्था के दौरान अत्यधिक मात्रा में कॉफी पिने की मनाही करते हैं. कॉफी के अलावा काली चाय से गर्भ गिराए जाने के घरेलू उपाय भी होते हैं जो आगे बताएंगे.

इलायची से गर्भपात कैसे करें

इलायची से गर्भपात कैसे करे तथा इलायची से गर्भपात होता है या नहीं होता है इस बारे में कुछ ठोस जानकारी उपलब्ध नहीं है. लेकिन इलायची को दालचीनी, काली मिर्च तथा अन्य गर्म तासीर के मसालों के साथ यूज करने से गर्भपात होने की संभावना रहती है. इलायची से गर्भपात करने की पुष्टि अभी तक वैज्ञानिक रिसर्च में नहीं हो सकी है. हालाकि इन घरेलू उपायों की पुष्टि या सिफारिश कोई भी विषेषज्ञ नहीं करता है फिर भी यह नुस्खे काम में लाए जाते है तथा इनके परिणाम भी मिलते हैं.

जायफल से गर्भपात कैसे करें

कुछ पाठकों के सवाल आए थे कि जायफल से गर्भपात कैसे करें तथा जायफल से गर्भपात होता है या नहीं, तो जायफल का अत्याधिक मात्रा में सेवन करने से गर्भावस्था के शुरुआती अवस्था में गर्भपात होने की संभावना रहती है. जायफल से गर्भपात करने के लिए गर्भावस्था के पहले 10 सप्ताहों में ही प्रयोग किया जा सकता है. लेकिन जायफल से गर्भपात होने की पुष्टि वैज्ञानिक शोधों में नहीं हुई है लेकिन इसकी गर्म तासीर को देखते हुए इसका उपयोग इस हेतु किया जा सकता है.

मेथी से गर्भपात कैसे करें

अत्याधिक मात्रा में मेथी दाना के सेवन से भी गर्भपात हो सकता है. कई बार पूछा जाता है कि मेथी से गर्भपात कैसे करें यानी मेथी से गर्भ कैसे गिराए तो आपको बताते हैं कि मेथी में सैपोनिन्स नामक एंजाइम पाया जाता है, जिसकी अधिक मात्रा गर्भपात करने में सहायक होती है. इसलिए मेथी दाना के अधिक मात्रा में सेवन करने से अबॉर्शन होने की संभावना रहती है. आप मेथी को भिगोकर या पाउडर के रूप में सेवन कर सकते है. इसके अलावा मेथी के साथ दालचीनी, अजवाइन, काली मिर्च, इलायची को पीसकर मिश्रण बनाकर भी सेवन कर सकते है. इस तरह आपको मेथी से गर्भ कैसे गिराए का जवाब मिल गया होगा.

तुलसी के पत्ते से गर्भपात कैसे करें

सुरक्षित गर्भावस्था के अंतर्गत गर्भावस्था के दौरान तुलसी के पत्ते, बीज का उपयोग करना मना होता है क्योंकि यह गर्भपात का कारण बन सकता है. इसलिए तुलसी के पत्ते, बीज तथा इसके काढ़ा पीने से गर्भपात हो सकता है तथा इसका उपयोग कई महिलाएं घरेलू तरीके से गर्भपात करने के लिए करती भी है. तुलसी में इयूजेनोल एंजाइम तथा विटामिन सी की प्रचुरता गर्भपात का कारण बनती है. गर्भपात के लिए तुलसी का काढ़ा बनाकर पिया जाता है, अब आप सोच रहे होंगे कि गर्भपात के लिए तुलसी का काढ़ा कैसे बनाये तो इसके लिए तुलसी के पत्ते के साथ दालचीनी, कालीमिर्च, लौंग, इलायची आदि गर्म तासीर के मसाले मिलाए जाते हैं तथा इसमें पानी मिलाकर उबाला जाता है और जब इसकी मात्रा आधे से कम रह जाती है तो इस काढ़े को छानकर पी लिया जाता है.

अजवाइन से गर्भपात कैसे करें

अजवाइन भी गर्म तासीर के मसाले की श्रेणी में आता है और जैसा हमने पहले भी बताया है कि गर्म तासीर की चीजें खाने से गर्भपात होने की संभावना रहती है. अगर आप यह जानना चाहते हैं कि अजवाइन से गर्भपात कैसे होता है, तो इस हेतु अजवाइन और जीरे को भूनकर चूर्ण बना लेवे और इसका सेवन गर्म पानी में रोजाना करें, जब तक गर्भपात नहीं हो जाए.

काली चाय से गर्भ कैसे गिराए

काली चाय को भी गर्भपात के लिए काढ़ा की तरह प्रयोग किया जाता है. अब आप सोचते होंगे की काली चाय से गर्भ कैसे गिराए? तो इस हेतु आपको दो से तीन चम्मच चाय पत्ती, 50 ग्राम पुराना गुड़, 10 ग्राम सौंठ, 10 ग्राम लौंग 750ml पानी में डालकर उबालना है. उबलने के बाद जब यह मिश्रण एक कप रह जाए तो समझिए की यह गर्भपात के लिए काढ़ा यानी काली चाय बनकर तैयार हो गया है. इसका सेवन दिन में दो से तीन बार करने से गर्भ गिर जाता है क्योंकि यह शरीर में बहुत अधिक गर्मी पैदा करता है.

हींग से गर्भ गिराना

हींग का अधिक प्रयोग भी गर्भ गिराना में सहायक होता हैं. हींग से गर्भाशय में संकुचन होने लगता है जो गर्भपात का कारण बनता हैं.
इसके अलावा गरम पानी के स्नान से गर्भपात, लौंग से, काली मिर्च से, व्यायाम से गर्भपात, सौंठ से, गुड़ से गर्भपात होने के घरेलू तरीके भी विभिन्न जगहों पर काम में लिए जाते हैं.

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क्या घरेलू तरीके से गर्भपात करना सुरक्षित है?

जैसा कि हमने पहले भी बताया था कि देसी तरीकों से यानी गर्भपात करने के घरेलू उपाय से अबॉर्शन करना कभी भी सुरक्षित नहीं होता है. इन गर्भ गिराने के तरीके का उपयोग हमेशा असुरक्षित और अधूरे गर्भपात की श्रेणी में आता है. इसके अंतर्गत भ्रूण के कुछ अंश आपके गर्भाशय के अंदर ही रह सकते हैं या आपके गर्भाशय में इंफेक्शन हो सकता है. गर्भपात चाहे किसी भी तरीके से करें, गर्भपात से पहले और उसके बाद डॉक्टर से जरूर सलाह करें और गर्भपात के बाद एक बार अल्ट्रासाउंड कराके जरूर जरूर तसल्ली कर ले की कुछ टिश्यू या अंश गर्भाशय के अंदर तो नहीं रह गए हैं.

उपरलिखित डीएनसी करने, गर्भ कैंसिल करने, गर्भ या बच्चा गिराने, अबॉर्शन करने, सफाई करने, गर्भपात के देशी घरेलू तरीके के नुस्खे के व आयुर्वेदिक तरीके आपको कैसे लगे, इस बारे में आपके विचार हमारे साथ जरूर शेयर करें. इस लेख में आपने मेथी, तुलसी, पपीते के बीज, इलायची, जायफल से गर्भपात कैसे करें तथा काली चाय, हींग, नींबू, मेथी से गर्भ कैसे गिराए के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की तथा साथ ही गर्भपात के लिए तुलसी का काढ़ा कैसे बनाये तथा काढ़ा पीने से गर्भपात कैसे होता हैं के बारे में भी जाना.

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