गर्भ को निष्कासित करने के लिए गर्भपात की गोली यानी अबोर्सन की दवा (Garbhpat ki goliya) गर्भावस्था के पहले 12 सप्ताह तक ले सकते हैं. किसी को भी गर्भपात की गोलीयां (abortion pill in hindi) सीधे मेडिकल से ना लेकर के, डॉक्टर की देखरेख में तथा उनकी सलाह अनुसार ही लेनी चाहिए. गर्भवती महिला जिसका गर्भ डेढ़ महीने (7 सप्ताह) तक का हो, उनके लिए गर्भपात के लिए खाने की दवा (Garbhpat girane ki dava) या गोली के प्रयोग से सुरक्षित गर्भपात (safe abortion) करना संभव है. इस प्रकार के गर्भपात की दवा हेतु zitotec 200 गोली, गर्भपात के लिए mensuline forte तथा mifegest और गर्भपात इंजेक्शन का प्रयोग किया जाता है जिसके बारे में विस्तार से जानकारी आज के लेख में प्रदान करेंगे. साथ ही गर्भपात की दवा कैसे खाएं की भी जानकारी प्राप्त करेंगे.
{tocify} $title={Table of Contents}गर्भपात कैसे करें (How Abortion in Hindi)
गर्भधारण करना यानी गर्भवती होना जहां कई महिलाओं के लिए खुशी का समाचार होता है, वहीं कई महिलाओं के लिए यह चिंता का विषय बन जाता है क्योंकि वह उस समय गर्भवती होने के लिए तैयार नहीं रहती है तथा उनके लिए यह एक अनचाहा गर्भ हो जाता है. अनचाहे गर्भ होने के बाद उस महिला के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय यही होता है कि गर्भपात के लिए कौन सा तरीका सही रहता है और इसके क्या साइड इफेक्ट होंगे. तो आज की पोस्ट में हम गर्भपात करने के तरीकों के बारे में संक्षिप्त जानकारी देंगे तथा गर्भपात की दवा के बारे में विस्तार से बताएंगे.
गर्भपात करने के तरीके (Types of Abortion in hindi)
सामान्यत जो गर्भपात करने के तरीके अपनाए जाते हैं, इनमें प्रमुख है घरेलू उपाय या आयुर्वेदिक नुस्खे द्वारा गर्भपात यानी हर्बल अबॉर्शन, केमिकल अबॉर्शन, हार्मोनल अबॉर्शन, मेडिकल अबॉर्शन और सर्जिकल अबॉर्शन. गर्भपात के आयुर्वेदिक उपाय यानी हर्बल अबॉर्शन के बारे में हमने पिछली पोस्ट में बताया था, आप वहां से इसके बारे में विस्तार से जानकारी ले सकते हैं.
आज की पोस्ट में हम आमतौर पर अपनाए जाने वाले गर्भपात के प्रमुख तरीके मेडिकल अबॉर्शन के बारे में जानकारी देंगे जिसके तहत zitotec 200, mensuline forte, mifegest, ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन तथा अन्य गर्भपात की दवा, गर्भपात इंजेक्शन आदि की विस्तार से जानकारी देंगे.
गर्भपात की गोली (Garbhpat ki goli)
जब प्रेगनेंसी शुरुआती दौर में ही हो यानी गर्भधारण किए हुए लगभग 7 सप्ताह यानी डेढ़ महीने ही हुए हो तो गर्भपात की गोली का इस्तेमाल गर्भ गिराने हेतु किया जाता है. गर्भपात की दवा अनेक ब्रांड और नाम से मिलती हैं किंतु यह डॉक्टर की लिखी हुई परची के आधार पर ही मिलती है तथा बिना डॉक्टर की सलाह किए गर्भपात की दवा लेनी भी नहीं चाहिए क्योंकि वो आपकी प्रेगनेंसी की स्थिति और शारीरिक स्थिति की जांच कर के ही आपके लिए सही दवा का चयन करेंगे. कुछ प्रमुख गर्भपात की गोली निम्नलिखित हैं-
गर्भपात के लिए zitotec 200 गोली (Zitotec 200 tablet for abortion in Hindi)
गर्भपात के लिए जिटोटेक 200 mcg गोली का प्रयोग प्रेगनेंसी के शुरुआती सात सप्ताह यानी गर्भावस्था के डेढ़ महीने तक किया जा सकता है तथा इस टैबलेट में मिसोप्रोस्टोल होता हैं. इस गर्भपात की दवा का मुख्य कार्य होता है की यह गर्भावस्था को बनाए रखने के लिए जरूरी प्रोजेस्टेरोन नामक हार्मोन को बनने से रोकती है तथा गर्भाशय के संकुचन को बढ़ाता है जिससे गर्भपात हो जाता है. कई बार गर्भपात की संभावना बढ़ाने के लिए डॉक्टर जिटोटेक 200 (zitotec 200) के साथ अन्य गर्भपात की गोली भी देते हैं. गर्भपात के लिए zitotec 200 गोली बिना डॉक्टर की पर्ची के मेडिकल पर नहीं मिलती है तथा इस तरह की गर्भपात की दवा का इस्तेमाल बिना डॉक्टर की सलाह के करना भी नहीं चाहिए. गर्भपात की दवा कैसे खाएं इस बारे में आगे चर्चा करेंगे.
गर्भपात के लिए zitotec 200 गोली कीमत (Price)
Zitotec 200 गोली की कीमत (Price) वर्तमान समय में 74.30 रुपए है. इसके अलावा मिसोप्रोस्टोल की अन्य नाम से विभिन्न टेबलेट (Garbhpat ki goliya) भी मेडिकल पर उपलब्ध रहती है जिनका प्राइस अलग अलग होता हैं.
गर्भपात की गोलियां Mifegest kit
Mifegest kit में दो तरह की गर्भपात की गोलियां होती हैं जिसमें एक में मिफेप्रिस्टोन तथा दूसरे में मिसोप्रोस्टोल तत्व होता हैं. दोनो गर्भपात की गोलियां के सेवन के बीच 36 से 48 घंटे का अंतराल रखना होता हैं. यह दावा भी zitotec 200 की तरह ही काम करती हैं तथा प्रोजेस्टेरोन हार्मोन को बाधित करती है और गर्भाशय के संकुचन को बढ़ाती है जिससे गर्भपात हो जाता है. इसके अलावा मिफेजेस्ट किट, अनवांटेड किट, फाइब्रोइज टैबलेट, साइटोलॉग दवा आदि के बारे में विस्तार से जानकारी हमारी पिछली पोस्ट बच्चा गिराने की दवा गोली टेबलेट नेम लिस्ट प्राइस से प्राप्त कर सकते हैं.
गर्भपात के लिए mensuline forte आयुर्वेदिक कैप्सूल (Mensuline forte tablet for abortion in Hindi)
मेंसुलिन फोर्टे कैप्सूल एक गर्भपात की आयुर्वेदिक दवा है. गर्भपात के लिए mensuline forte का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर करें. सर्च फार्मा द्वारा उपलब्ध यह गर्भपात की दवा (Garbhpat girane ki dava) चार कैप्सूल की पैकिंग में आता है तथा वर्तमान में Mensuline forte की कीमत 92 रुपए है. मेंसुलिन फोर्टे कैप्सूल (Mensuline forte) के भी अन्य दवाओं की तरह थकान महसूस होना, जी मिचलाना, डायरिया, कमजोरी महसूस होना तथा चक्कर आना जैसे साइड इफेक्ट्स हो सकते है.
अस्थानिक गर्भावस्था गर्भपात की गोली
जब किसी कारणवश भ्रूण गर्भाशय के बजाय फैलोपियन ट्यूब में विकसित होने लगता है तो उसे अस्थानिक गर्भावस्था या एक्टोपिक प्रेगनेंसी कहा जाता है. अस्थानिक गर्भावस्था होने पर प्रेगनेंसी पूरी होने की कोई संभावना नहीं रहती हैं तथा आपको नही चाहते हुए भी गर्भावस्था खत्म करनी पड़ती है. अस्थानिक गर्भावस्था गर्भपात की गोली के बारे में तो आप सोचे ही नहीं क्योंकि यह एक बहुत ज्यादा संवेदनशील स्थिति होती है. इसलिए अस्थानिक गर्भावस्था में गर्भपात हेतु डॉक्टर से परामर्श लेवे तथा वो इंजेक्शन आदि द्वारा ही गर्भपात करेगें.
गर्भपात के लिए ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन (Oxytocin injection for abortion in hindi)
ऑक्सीटोसिन एक प्राकृतिक तरीके से पैदा होने वाला हार्मोन होता है. ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन का उपयोग सामान्यत: प्रसव पीड़ा तथा डिलीवरी होने में परेशानी होने पर किया जाता है. ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन डिलीवरी के समय गर्भाशय में संकुचन उत्पन करता है तथा नई माताओं को स्तनपान कराने में मदद करता है. गर्भपात के लिए ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन का उपयोग नहीं करके गर्भपात गिराने की दवा का ही उपयोग करना ही बेहतर माना जाता हैं क्योंकि दोनो का ही उपयोग शुरुआती प्रेगनेंसी में ही किया जा सकता है. यह इंजेक्शन डॉक्टर की पर्ची पर ही उपलब्ध होता हैं तथा बिना डॉक्टर की सलाह इसका इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए और ऐसा करना भी कानूनन अपराध है. गर्भपात के लिए ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन (Oxytocin injection) की खुराक गर्भवती महिला की प्रेगनेंसी तथा शारीरिक स्थिति के आधार पर डॉक्टर द्वारा निर्धारित होती है. इसके साइड इफेक्ट्स में हाई ब्लड प्रेशर, मतली आना, उल्टी आना, चक्कर आना आदि होते हैं. इस इंजेक्शन का दुरुपयोग रोकने के लिए यह अभी सिर्फ सरकारी मेडिकल की दुकानों पर ही उपलब्ध होता है.
गर्भपात की दवा कैसे खाएं । खाने की गोली और दवा से गर्भपात कैसे किया जाता है
- सबसे पहले गर्भावस्था की जांच के बाद यह पता लगाया जाता है की गर्भवती महिला को कोई शारीरिक और संवेदनशील समस्या तो नहीं है. इसके बाद गर्भपात की पहली दवा दी जाती है जो टेबलेट के रूप में होती है, जिसे मिफी कहा जाता है तथा इसमें मिफेप्रिस्टोन नामक तत्व होता हैं. इस दवा का मुख्य काम भ्रूण को हटाना होता है, इसके लिए यह गर्भाशय में भ्रूण को हटाने की उचित परिस्थितियां तैयार करती है.
- गर्भपात की पहली दवा देने के 2 दिन बाद यानी 36 से 48 घंटे बाद गर्भपात की दूसरी गोली दी जाती है जिसे मिसो कहा जाता है जिसमे मिसोप्रोस्टोल नामक तत्व होता हैं. इस गर्भपात की टेबलेट को अन्य दवाओं की तरह खाया भी जा सकता है या इसे गर्भवती महिला के वेजिना में भी रखा जा सकता है. इस दवा का मुख्य काम होता है कि गर्भाशय का मुंह खोलना तथा भ्रूण को बाहर निकलने में आवश्यक परिस्थितियों का निर्माण करना होता हैं.
गर्भपात की गोली के बाद पेट में दर्द
गर्भपात हमेशा डॉक्टर के संपर्क में रहकर ही करना चाहिए गर्भपात की गोली के बाद पेट में दर्द होना एक आम बात होती है लेकिन यदि गर्भपात होने के काफी दिनों बाद भी पेट में दर्द होता रहे तो यह एक गंभीर समस्या हो सकती है. कई बार गर्भपात पूरा नहीं होने की वजह से गर्भाशय में कुछ भ्रूण के अंश रह जाते हैं जिसकी वजह से भी पेट में दर्द होने लगता है तथा हैवी ब्लीडिंग की वजह से भी पेट में दर्द होने लगता है इसलिए गर्भपात की गोली के बाद पेट में दर्द होने पर किसी विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क करें.
दवा या गोली से गर्भपात के फायदे (Advantage of abortion by pill in Hindi)
- दवा से गर्भपात का तरीका सुरक्षित होता है.
- गोली से गर्भपात का तरीका विश्वसनीय और प्रभावी होता है.
- मेडिकल अबॉर्शन करवाने से भविष्य में फिर से गर्भधारण करने में कोई परेशानी नहीं होती है.
- अबॉर्शन पिल से गर्भपात करने से आप इस गर्भपात को गुप्त रख सकती हैं.
- टेबलेट द्वारा गर्भपात करने से आपको अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ती हैं.
- इस तरीके से गर्भपात करने से किसी भी तरह की सर्जिकल एक्टिविटी नहीं होने के कारण, चीर फाड़ होने का डर नहीं रहता है.
गर्भपात की गोली दवा के साइड इफेक्ट (Side effect of abortion pill in Hindi)
- थकान महसूस होना
- जी मिचलाना या उल्टी जैसा महसूस होना
- बुखार आना
- डायरिया या दस्त की समस्या
- कमजोरी महसूस होना व चक्कर आना
- मासिक धर्म में अनियमितता
- कभी-कभार दवा से अधूरा गर्भपात भी हो जाता है.
- उपर्युक्त दवा या गोली से गर्भपात से होने वाले साइड इफेक्ट कुछ दिनों बाद अपने आप ही ठीक हो जाते हैं, अगर यह लक्षण लगातार बने रहते हैं तो आप डॉक्टर से संपर्क जरुर करें.
आज आपने गर्भपात के लिए zitotec 200 गोली, कीमत (Price), Mensuline forte, ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन, गर्भपात की गोलीयां Mifegest आदि के बारे में सामान्य जानकारी प्राप्त की तथा इनके साइड इफेक्ट्स के बारे में जाना है. इसके अतिरिक्त अस्थानिक गर्भावस्था गर्भपात की गोली की भी जानकारी प्राप्त की और जाना की गर्भपात की दवा कैसे खाएं तथा गर्भपात की गोली के बाद पेट में दर्द होने पर क्या करें.