प्रेगनेंसी में कटहल और करेला खाना चाहिए या नहीं

करेला और कटहल दोनो ही औषधीय गुणों से भरपूर सब्जियां होती है लेकिन क्या हम गर्भावस्था के दौरान करेला और कटहल का सेवन कर सकते है क्योंकि प्रेगनेंसी में कई लाभदायक सब्जियां और फ्रूट्स हानिकारक भी हो सकते हैं. तो आज हम इसी टॉपिक पर चर्चा करेंगे की प्रेगनेंसी में करेला खाना चाहिए या नहीं तथा साथ ही यह भी जानेंगे की प्रेगनेंसी में कटहल खाना चाहिए या नहीं तथा इसका कारण भी जानेंगे.

गर्भावस्था के दौरान प्रेगनेंट महिला को अपने प्रेगनेंसी डाइट चार्ट का विशेष ध्यान रखना पड़ता है क्योंकि उन्हें खुद के शरीर के साथ ही गर्भस्थ शिशु के विकास का भी ध्यान रखना पड़ता है. इसलिए प्रेगनेंसी में क्या खाना चाहिए कैसे रहना चाहिए आदि के बारे में पर्याप्त जानकारी रखना हर गर्भवती महिला के लिए जरूरी होता हैं. इसी विषय में से आज हम जानते हैं की प्रेगनेंसी में कटहल और करेला खाना चाहिए या नहीं, तो शुरू करते हैं आज की पोस्ट.

करेला के औषधीय गुण
गर्भावस्था में करेला खाना चाहिए या नहीं के बारे में जानने से पहले हम यह जानते हैं कि करेला के औषधि गुण क्या है. करेला स्‍वाद में कड़वा होता है लेकिन औषधीय गुण से भरपूर होता है. करेला का उचित मात्रा में सेवन करने पर यह वजन तथा कोलेस्‍ट्रॉल लेवल घटाता है और इसके साथ ही हार्ट को हेल्‍दी रखने में मदद करता है. इस प्रकार से करेला के औषधीय गुण भरपूर खाद्य पदार्थ होता हैं लेकिन करेला खाने के नुकसान भी होते हैं जिसके बारे में तथा साइड इफेक्ट्स ऑफ़ करेला जूस की इस लेख में चर्चा आगे करेंगे.
गर्भावस्था में करेला खाना चाहिए या नहीं, करेला के औषधीय गुण, साइड इफेक्ट्स ऑफ़ करेला जूस, करेला खाने के नुकसान

प्रेगनेंसी में करेला खाना चाहिए या नहीं
करेला विभिन्न पौषक तत्त्वों और औषधीय गुण से भरपूर सब्जी मानी जाती है तथा इसके सेवन से आपके शरीर को विटामिन, मिनरल्स, आयरन आदि तत्व उचित मात्रा में प्राप्त होते हैं. करेला खाने से आपका पाचन तंत्र मजबूत बनता है तथा पेट दर्द, एसीडिटी, गैस तथा कब्ज जैसी समस्याओं से निजात मिलती है.
लेकिन जैसा की आपने पिछले लेख में पढ़ा था की प्रेगनेंसी में कौन सी सब्जी नहीं खानी चाहिए जो नुकसानदायक साबित हो सकती है, तो इस आधार पर क्या गर्भावस्था में करेला खाना सुरक्षित है यानी प्रेगनेंसी में करेला खाना चाहिए या नहीं तथा इसके फायदे और नुकसान क्या है. तो इसका जवाब यह है की प्रेगनेंसी में करेला खाना नुकसानदायक साबित हो सकता है क्योंकि करेला में ग्‍लाइकोसिडस (Glycosides), मोमोर्डिका (Momordica) तथा क्‍यूनिन (Quinine) जैसे प्रेगनेंसी में हानिकारक एलीमेंट्स पाए जाते हैं जो गर्भवती महिला तथा गर्भस्थ शिशु दोनो पर नुकसानदायक प्रभाव छोड़ सकते है. इनके साथ ही करेला के बीज में विक्सिन तथा मेमोरचेर‍िन नामक तत्व पाये जाता है जो प्रेगनेंट स्त्री के लिए एनीमिया जैसी प्रोब्लम खड़ी कर सकता है जिससे मिसकैरेज तथा समय पूर्व प्रसव का सामना करना पड़ सकता है. इस तरह आप यह जान गए होंगे की गर्भावस्था में करेला खाना चाहिए या नहीं तथा क्यों नहीं खाना चाहिए.

करेला खाने के नुकसान । साइड इफेक्ट्स ऑफ़ करेला जूस
यूं तो करेला औषधीय गुणों से भरपूर होता है लेकिन इसका ज्यादा मात्रा में सेवन करना भी नुकसानदायक होता है यानी कुछ साइड इफेक्ट्स ऑफ़ करेला जूस भी हो सकते है. इसलिए करेले को हमेशा खाने के बजाय सप्ताह में 2 से 3 बार ही सेवन करना चाहिए. प्रेगनेंसी में करेला खाना चाहिए या नहीं यह तो आपने जान लिया लेकिन इसका अत्याधिक सेवन आम दिनों में भी हानिकारक होता है. करेला खाने के नुकसान तथा साइड इफेक्ट्स ऑफ़ करेला जूस निम्नलिखित हैं-
  • करेला खाने से या इसका जूस पीने से शुगर लेवल लो होता है, अगर किसी का शुगर लेवल पहले से ही लो है तो यह उसे और निम्न कर देता है जिससे सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
  • डायब‍िटीज यानी हाई ब्लड शुगर के मरीजों को भी शुगर लेवल कम करने के चक्कर में करेला जूस का ज्‍यादा सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे हीमोल‍िट‍िक एनीम‍िया होने की संभावना बढ़ जाती है.
  • करेला में पाए जाने वाले लैक्‍ट‍िन की वजह से इसके ज्यादा सेवन से लि‍वर में प्रोटीन का संचारन बाधित होता हैं इसलिए लिवर से संबंधित बीमारी वाले व्यक्ति को भी इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए.
  • इसके अतिरिक्त ज्यादा मात्रा में करेला खाने और जूस पीने से पेट दर्द, डायरिया जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है.
इस प्रकार आप जान गए होंगे की न्‍यूट्र‍िएंट्स से भरपूर करेला का सेवन प्रेगनेंसी में बहुत कम या बिलकुल नहीं करना चाहिए तथा आम दिनों में भी इसका सेवन नियंत्रित मात्रा में ही करना चाहिए क्योंकि ज्यादा मात्रा में करेला खाने से या जूस पीने से आपको कुछ शारीरिक समस्याओं यानी साइड इफेक्ट्स का सामना करना पड़ सकता है.
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कटहल खाने से क्या नुकसान होता है, कटहल खाने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए, गर्भवती महिला कटहल खा सकती है

प्रेगनेंसी में कटहल खाना चाहिए या नहीं । गर्भवती महिला कटहल खा सकती है
प्रेगनेंसी में आहार से संबंधित जितनी नॉलेज हो उतनी ही कम लगती है जैसे की इस दौरान कुछ फ्रूट्स खाने भी नुकसानदायक हो सकते है जिनके बारे में विस्तार से हमने पिछले लेख प्रेगनेंसी में कौन सा फ्रूट नहीं खाना चाहिए में बताया है. इसी कड़ी में आज हम चर्चा करेंगे की प्रेगनेंसी में कटहल खाना चाहिए या नहीं यानी की गर्भवती महिला कटहल खा सकती है या नहीं. कटहल फोलिक एसिड, विटामिन बी-6 तथा पोटैशियम जैसे तत्वों से भरपूर होता है जो गर्भवती महिला तथा उसके गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य हेतु लाभदायक होता हैं. लेकिन यह तब तक ही फायदेबंद है जब तक आप इसका सीमित और संतुलित मात्रा में सेवन करते है. यदि आप गर्भावस्था के दौरान कटहल का सेवन ज्यादा करते हैं तो यह नुकसानदायक हो सकता है क्योंकि यह गर्म तासीर का खाद्य पदार्थ माना जाता है जो प्रेगनेंसी में नुकसान पहुंचा सकता है. साथ ही यह भी ध्यान रखें कि कटहल को ज्यादा पकाकर भी नहीं खाना चाहिए. इस तरह आप जान चुके होंगे की गर्भवती महिला कटहल खा सकती है लेकिन इसे अत्यधिक मात्रा में खाने से बचना चाहिए यानी आपके सवाल प्रेगनेंसी में कटहल खाना चाहिए या नहीं का जवाब यही है की गर्भावस्था में कटहल का नियंत्रित मात्रा में सेवन सुरक्षित होता हैं.
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कटहल खाने से क्या नुकसान होता है
कटहल खाने के फायदे और प्रेगनेंसी में कटहल खाना चाहिए या नहीं यह तो आप जान चुके हैं अब हम कटहल खाने से क्या नुकसान होता है उसके बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे. जैसा की आपने जाना की कटहल पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ होता है लेकिन इसके कुछ नुकसान भी होते हैं जो निम्नलिखित है-
  • कटहल बिल्कुल करेला का उल्टा होता है क्योंकि इसमें शुगर की मात्रा ज्यादा होती है इसलिए जिसका ब्लड शुगर लेवल ज्यादा हो उन्हें कटहल का सेवन नहीं करना चाहिए नहीं तो यह नुकसानदायक हो सकता है.
  • कटहल के असीमित मात्रा में सेवन करने पर दस्त तथा अन्य पेट से संबंधित समस्या उत्पन्न हो सकती है.
  • कटहल शरीर में गर्मी पैदा होता है के लिए गर्म तासीर का आदि पदार्थ माना जाता है इसलिए ज्यादा मात्रा में खाना नुकसानदायक हो सकता है.
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कटहल खाने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए
जैसा की आप जानते हैं की कटहल खाने से शरीर की कई बीमारियों दूर होती है तथा यह विटामिन, पोटेशियम, थायमीन तथा कैल्शियम जैसे पौषक तत्वों से भरपूर होता हैं लेकिन ज्यादा मात्रा में सेवन तथा कुछ अन्य खाद्य पदार्थों के साथ इसके सेवन से मानव शरीर पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है. तो आइए जानते हैं की कटहल खाने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए जो नुकसानदायक हो सकता है-
  • कटहल खाने के बाद पपीता नहीं खाना चाहिए क्योंकि इससे शरीर में सूजन यानी इंफ्लेमेशन की संभावना बढ़ जाती है.
  • कटहल और दूध का सेवन एक साथ नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे स्किन से संबंधित विभिन्न समस्याएं जैसे दाद, खाज, खुजली, एग्जीमा और सोरायसिस का सामना करना पड़ सकता है.
  • कटहल खाने के बाद भिंडी नहीं खाना चाहिए क्योंकि इससे त्वचा से संबंधित बीमारियां हो सकती है.
  • कटहल खाने के बाद शहद नहीं खाना चाहिए क्योंकि इससे आपके शरीर में ब्लड शुगर लेवल की मात्रा बढ़ जाती है तथा पाचन तंत्र से संबंधित समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है.

यह भी पढे-इस प्रकार आज की पोस्ट प्रेगनेंसी में करेला खाना चाहिए या नहीं यही पर समाप्त होती है जहां आपने जाना की प्रेगनेंसी में कटहल खाना चाहिए या नहीं तथा सामान्य दिनो में भी कटहल खाने से क्या नुकसान होता है. इसके अतिरिक्त यह भी जानकारी प्रदान कि की कटहल खाने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए तथा गर्भवती महिला कटहल खा सकती है या नही. गर्भावस्था में करेला खाना चाहिए या नहीं जैसे सवालों का जवाब आपको इस पोस्ट में मिल गया होगा तथा करेला के औषधीय गुण और साइड इफेक्ट्स ऑफ़ करेला जूस तथा करेला खाने के नुकसान के बारे में भी विस्तार से जानकारी देने की चेष्टा हमने की है.
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