प्रेग्नेंसी के दौरान सेहत का खास ख्याल रखना हर गर्भवती महिला के लिए काफी ज़रूरी होता है. इसलिए गर्भावस्था के दौरान संतुलित आहार का चुनाव करना बहुत ज़रूरी होता है. इसी कड़ी में प्रेगनेंसी के दौरान केसर के सेवन की विशेष सलाह दि जाती है तो आज कि पोस्ट में जानते हैं केसर के सेवन के बारे में कुछ ज़रूरी बातें क्या है.
प्रेगनेंसी में केसर का सेवन कब करना चाहिए.
गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दूसरी तिमाही यानी गर्भावस्था के 3 से 6 महीने के दौरान ही केसर पीना चाहिए या केसर का सेवन करना चाहिए. प्रेगनेंसी की शुरुआत में केसर का सेवन मिसकैरेज या गर्भपात का कारण बन सकता है. केसर के सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए क्योंकि कभी-कभी अधिक मात्रा में केसर का सेवन गर्भवती माँ और होने वाले बच्चे दोनो पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है.
प्रेगनेंसी में क्या-क्या खाना चाहिए और क्या नहीं
प्रेगनेंसी में केसर का सेवन कब करना चाहिए.
गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दूसरी तिमाही यानी गर्भावस्था के 3 से 6 महीने के दौरान ही केसर पीना चाहिए या केसर का सेवन करना चाहिए. प्रेगनेंसी की शुरुआत में केसर का सेवन मिसकैरेज या गर्भपात का कारण बन सकता है. केसर के सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए क्योंकि कभी-कभी अधिक मात्रा में केसर का सेवन गर्भवती माँ और होने वाले बच्चे दोनो पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है.
प्रेगनेंसी में क्या-क्या खाना चाहिए और क्या नहीं
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प्रेगनेंसी में केसर खाने के फायदे
केसर का सेवन गर्भावस्था के दौरान काफी लाभकारी होता है और केशर जड़ी बूटी की श्रेणी में भी आता है, फिर भी एक बार डॉक्टर से सलाह लेने के बाद उचित मात्रा में केसर का उपयोग काफी फायदेमंद हो सकता है.
प्रेगनेंसी में केसर के सेवन के फायदे निम्नलिखित होते हैं.
प्रेगनेंसी में केसर खाने के फायदे
केसर का सेवन गर्भावस्था के दौरान काफी लाभकारी होता है और केशर जड़ी बूटी की श्रेणी में भी आता है, फिर भी एक बार डॉक्टर से सलाह लेने के बाद उचित मात्रा में केसर का उपयोग काफी फायदेमंद हो सकता है.
प्रेगनेंसी में केसर के सेवन के फायदे निम्नलिखित होते हैं.
- कई बार आपके मन में भी सवाल आया होगा कि प्रेग्नेंसी में केसर खाने से क्या होता है तो प्रेगनेंसी के दिनों में स्वभाव में बदलाव आम बात है, ऐसे में कुछ महिलाएं डिप्रेशन में भी चली जाती हैं. इस स्तिथि में केसर का उपयोग लाभकारी होता है क्योंकि केसर एंटी डिप्रेशेंट का काम करता है और यह मूड को भी ठीक करता है.
- केसर में क्रोसेटीन और पोटेशियम पाया जाता है जो की उच्य रक्तचाप को भी कम करने में मदद करता है. प्रेग्नेंसी के दिनों में रक्तचाप बढ़ने की समस्या होती रहती है ऐसे में प्रेगनेंसी में केसर खाने से उच्च रक्तचाप से निजात मिलती है.
- केसर प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले मॉर्निंग सिकनेस से भी आराम पहुंचाता है.
- प्रेग्नेंसी के दौरान कब्ज और पाचन की समस्या आम बात हो जाती है क्योंकी गर्भ में बच्चे के कारण पाचन तन्त्र पर दबाव बढ़ने लगता है. इस स्तिथि में केसर बहुत लाभकारी होता है, क्योंकी केसर के उपयोग से रक्त प्रवाह में तेज़ी आती है तो इन समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है.
- प्रेग्नेंसी के दौरान जैसे जैसे बच्चे का विकास होता है वैसे ही महिला के अंगो में दर्द भी होने लगता है तब केसर का उपयोग लाभकारी हो सकता है.
- इसके अलावा केसर ह्रदय रोग से भी बचाता है तथा आयरन की मात्रा को भी सामान्य रखता है, प्रेग्नेंसी के दौरान बालों के गिरने की समस्या से भी बचाता है.