आज हम भारत में बाल मजदूरी पर आर्टिकल ( article on child labour in India in Hindi) लिखने हेतु चर्चा करेंगे. भारत में बाल मजदूरी की समस्या काफी विकराल रूप ले चुकी है. बाल मजदूरी भारत ही नहीं, पूरी दुनिया की एक प्रमुख सामाजिक समस्या है. इस विषय से संबंधित कुछ सवाल हमें हमारे पाठको से मिले हैं, जिनमें जो सवाल मुख्यय था वो, निम्नलिखित हैं-
1- बाल मजदूरी क्या है? बाल मजदूरी या बाल श्रम पर एक हिंदी आर्टिकल, पैराग्राफ, ऐसे या निबंध, शॉर्ट स्पीच लिखिए.
2- Write an paragraph, essay, short speech, article on child labour in hindi language.
जैसा की हमने पिछली पोस्ट में बताया था की हिंदीमेन ब्लॉग बाल मजदूरी के खिलाफ एक अभियान चला रहा है. इस कड़ी में हमें काफी सवाल प्राप्त हुए हैं, जिनके जवाब में आज हम बाल मजदूरी पर एक हिंदी आर्टिकल लिख रहे हैं.
बाल मजदूरी पर हिंदी में आर्टिकल
Article on child labour in Hindi.
बाल मजदूरी विकासशील देशों की एक प्रमुख सामाजिक समस्या है. भारत भी एक विकासशील देश है तो जाहिर सी बात है भारत को भी बाल मजदूरी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. बाल मजदूरी के अंतर्गत ऐसे बच्चे आते हैं जो अपने खेलने-कूदने और पढ़ने की उम्र में मजदूरी करते हैं और अपना और अपने परिवार का पेट पालते हैं अथार्थ जब कोई बच्चा जो कि 14 वर्ष से कम उम्र का है तथा जीविका उपार्जन और परिवार चलाने के लिए के लिए मजदूरी या श्रम करता है, तो उसे बाल मजदूरी या बाल श्रम कहते हैं. दुर्भाग्य से भारत में दुनिया के सबसे ज्यादा बाल मजदूर है जो हमारे देश पर एक बड़ा अभिशाप है. बाल मजदूरी का मुख्य कारण होता है गरीबी और अशिक्षा. गरीबी के कारण मजबूरी में लोग अपने बच्चों से बाल मजदूरी करवाते हैं, ताकि परिवार की आमदनी कुछ बढ़ सके तथा उनका व परिवार का पेट भर सके. इसलिए बाल मजदूरी रोकने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है की गरीबी का उन्मूलन करना. इसके अलावा बेरोजगारी, अशिक्षा भी बाल मजदूरी का मुख्य कारण में प्रमुख है. इसके अलावा कुछ लालची ठेकेदारों, दुकानदारों द्वारा कम मजदूरी देने के लालच में बच्चों से बाल मजदूरी करवाना भी इस समस्या का महत्वपूर्ण कारण हैं. बाल मजदूरी या बाल श्रम से इन बच्चों का बचपन छिन जाता है और यह बच्चे अपने खेलने कूदने की उम्र में यह मजदूरी करते हैं, जिससे इनका शारीरिक व मानसिक विकास भी नहीं हो पाता है, जो कि किसी भी देश के भविष्य और अर्थव्यवस्था के लिए खतरनाक है क्योंकि यही बच्चे आगे जाकर देश का निर्माण करते हैं. इसलिए किसी भी देश के अच्छे व सुदृढ़ भविष्य के लिए बाल मजदूरी हमेशा घातक साबित होती है. बाल श्रम के कारण अपराध के मामलों में भी बढ़ोतरी होती है. इस समस्या को रोकने के लिए, बाल मजदूरी के खिलाफ भारत सरकार ने अनेक कानून भी बनाए हैं, लेकिन उन कानूनों का सही ढंग से क्रियान्वन होना जरूरी है. सरकार के साथ-साथ आम जनता में भी बाल मजदूरी के खिलाफ जागरूकता होना जरूरी है, क्योंकि सरकार अकेली बाल मजदूरी पर रोक नहीं लगा सकती है. बाल मजदूरी को रोकने के लिए हम सबको सरकार की सहायता करनी चाहिए और यह जरूरी भी है.
बाल मजदूरी पर कुछ अच्छे आर्टिकल्स का संग्रह.
बाल मजदूरी पर हिन्दी निंबंध भाग 1
बाल मजदूरी पर हिन्दी निंबध भाग 2
बाल मजदूरी रोकने के उपाय
बाल मजदूरी पर हिन्दी पैराग्राफ
बाल मजदूरी के कारण हिन्दी में
बाल श्रम पर हिन्दी भाषण
Information on child labour in Hindi
भारत में बाल मजदूरी पर हिन्दी में आर्टिकल (artical on child labour in india in hindi) आपको कैसा लगा, इस बारे में आपकी प्रतिक्रिया हमारे साथ जरूर शेयर करे,आपके विचार और सलाह हमे और अच्छा लिखने हेतु प्रेरित करते हैं.
2- Write an paragraph, essay, short speech, article on child labour in hindi language.
जैसा की हमने पिछली पोस्ट में बताया था की हिंदीमेन ब्लॉग बाल मजदूरी के खिलाफ एक अभियान चला रहा है. इस कड़ी में हमें काफी सवाल प्राप्त हुए हैं, जिनके जवाब में आज हम बाल मजदूरी पर एक हिंदी आर्टिकल लिख रहे हैं.
बाल मजदूरी पर हिंदी में आर्टिकल
Article on child labour in Hindi.
बाल मजदूरी विकासशील देशों की एक प्रमुख सामाजिक समस्या है. भारत भी एक विकासशील देश है तो जाहिर सी बात है भारत को भी बाल मजदूरी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. बाल मजदूरी के अंतर्गत ऐसे बच्चे आते हैं जो अपने खेलने-कूदने और पढ़ने की उम्र में मजदूरी करते हैं और अपना और अपने परिवार का पेट पालते हैं अथार्थ जब कोई बच्चा जो कि 14 वर्ष से कम उम्र का है तथा जीविका उपार्जन और परिवार चलाने के लिए के लिए मजदूरी या श्रम करता है, तो उसे बाल मजदूरी या बाल श्रम कहते हैं. दुर्भाग्य से भारत में दुनिया के सबसे ज्यादा बाल मजदूर है जो हमारे देश पर एक बड़ा अभिशाप है. बाल मजदूरी का मुख्य कारण होता है गरीबी और अशिक्षा. गरीबी के कारण मजबूरी में लोग अपने बच्चों से बाल मजदूरी करवाते हैं, ताकि परिवार की आमदनी कुछ बढ़ सके तथा उनका व परिवार का पेट भर सके. इसलिए बाल मजदूरी रोकने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है की गरीबी का उन्मूलन करना. इसके अलावा बेरोजगारी, अशिक्षा भी बाल मजदूरी का मुख्य कारण में प्रमुख है. इसके अलावा कुछ लालची ठेकेदारों, दुकानदारों द्वारा कम मजदूरी देने के लालच में बच्चों से बाल मजदूरी करवाना भी इस समस्या का महत्वपूर्ण कारण हैं. बाल मजदूरी या बाल श्रम से इन बच्चों का बचपन छिन जाता है और यह बच्चे अपने खेलने कूदने की उम्र में यह मजदूरी करते हैं, जिससे इनका शारीरिक व मानसिक विकास भी नहीं हो पाता है, जो कि किसी भी देश के भविष्य और अर्थव्यवस्था के लिए खतरनाक है क्योंकि यही बच्चे आगे जाकर देश का निर्माण करते हैं. इसलिए किसी भी देश के अच्छे व सुदृढ़ भविष्य के लिए बाल मजदूरी हमेशा घातक साबित होती है. बाल श्रम के कारण अपराध के मामलों में भी बढ़ोतरी होती है. इस समस्या को रोकने के लिए, बाल मजदूरी के खिलाफ भारत सरकार ने अनेक कानून भी बनाए हैं, लेकिन उन कानूनों का सही ढंग से क्रियान्वन होना जरूरी है. सरकार के साथ-साथ आम जनता में भी बाल मजदूरी के खिलाफ जागरूकता होना जरूरी है, क्योंकि सरकार अकेली बाल मजदूरी पर रोक नहीं लगा सकती है. बाल मजदूरी को रोकने के लिए हम सबको सरकार की सहायता करनी चाहिए और यह जरूरी भी है.
बाल मजदूरी पर कुछ अच्छे आर्टिकल्स का संग्रह.
बाल मजदूरी पर हिन्दी निंबंध भाग 1
बाल मजदूरी पर हिन्दी निंबध भाग 2
बाल मजदूरी रोकने के उपाय
बाल मजदूरी पर हिन्दी पैराग्राफ
बाल मजदूरी के कारण हिन्दी में
बाल श्रम पर हिन्दी भाषण
Information on child labour in Hindi
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