सफल गर्भपात के लक्षण । कैसे पता करने के लिए गर्भपात पूरा हो गया है

गर्भपात चाहे अपने आप हुआ हो या अनचाही प्रेगनेंसी से निजात पाने हेतु जानबूझ कर किया हुआ हो, उसका पूरा होना आवश्यक होता हैं. अब सवाल यह आता है की कैसे पता करने के लिए गर्भपात पूरा हो गया है, सफल हुआ है तो सफल गर्भपात के लक्षण से हम जान सकते हैं की यह सफल हुआ हैं. इसके अतिरिक्त कैसे सुनिश्चित करने के लिए गर्भपात पूरा हो गया है हेतु प्रेगनेंसी टेस्ट और सोनोग्राफी जांच ही सबसे सही तरीका होता हैं. इस पोस्ट में हम सुरक्षित गर्भपात क्या है तथा इसके लक्षण के बारे मे विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे.

सुरक्षित गर्भपात क्या है, कैसे सुनिश्चित करने के लिए गर्भपात पूरा हो गया है, कैसे पता करने के लिए गर्भपात सफल हुआ
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सफल और सुरक्षित गर्भपात क्या है

अनचाही प्रेगनेंसी से निजात पाने हेतु जब कोई महिला गर्भपात की गोली, इंजेक्शन या शल्य चिकित्सा द्वारा एबॉर्शन करवाती हैं तथा इसके बाद उस महिला के शरीर में कोई तरह का गर्भाशय का विकार नहीं रहता हैं तथा किसी भी तरह का गर्भावस्था का अवशेष नही रहता हैं तो उसे सफल गर्भपात या सुरक्षित गर्भपात कहा जाता हैं. कैसे पता करने के लिए गर्भपात सफल हुआ है तो सफल गर्भपात के लक्षण को पहचानकर या प्रेगनेंसी टेस्ट और सोनोग्राफी की मदद से जान सकते है की गर्भपात पूरा हो गया है. एबॉर्शन का पूरा होना यानी सफल होना भी जरूरी होता हैं क्योंकि विफल और अपूर्ण गर्भपात होना भी भारी समस्या खड़ी कर सकता हैं. वर्तमान में सुरक्षित गर्भपात करने हेतु कई सारे चिकित्सकीय विकल्प मौजूद हैं लेकिन विभिन्न कारणों की वजह से आज भी असुरक्षित गर्भपात के काफी मामले देखे जाते हैं, जिनका विस्तार से वर्णन आगे करेंगे. अब तक आपने यह तो जान लिया की सफल और सुरक्षित गर्भपात क्या है तथा अब हम सफल गर्भपात के लक्षण के बारे में जानेंगे.

कैसे पता करने के लिए गर्भपात पूरा हो गया है और सुरक्षित हैं

मिसकैरेज होने या एबॉर्शन कराने के बाद इसका पूरा होना यानी सफल होना जरूरी होता हैं, नही तो इससे कई तरह के गर्भाशय से संबंधित विकार उत्पन्न हो सकते हैं. इन विकारों से बचने हेतु कैसे पता करने के लिए गर्भपात पूरा हो गया है तो इसके लिए सबसे पहला तरीका तो यह है की प्रेगनेंसी टेस्ट करके पता लगा सकते हैं की गर्भपात के बाद प्रेगनेंसी टेस्ट रिजल्ट नेगेटिव आ रहा है या नही. साथ ही यह भी ध्यान रखें की कई बार कुछ अवशेष या टिश्यू गर्भाशय में रहने के बाद भी प्रेगनेंसी टेस्ट रिजल्ट नेगेटिव ही आता है इसलिए सफल और सुरक्षित तरीके से गर्भपात पूरा हो गया है के बारे में एकदम कन्फर्म होने हेतु प्रेगनेंसी टेस्ट रिजल्ट नेगेटिव आने के बाद भी सोनोग्राफी जांच अवश्य करवानी चाहिए.

कैसे सुनिश्चित करने के लिए गर्भपात पूरा हो गया है

जैसा की इस लेख में ऊपर हमने बताया है की कैसे पता करें की गर्भपात पूरा हो गया है या नही और इस हेतु क्या आवश्यक कदम उठाना चाहिए. इसलिए यह सुनिश्चित करने के लिए की गर्भपात पूरा हो गया है यानी सफल और सुरक्षित एबॉर्शन हो चुका हैं, हेतु मुख्यत दो स्टेप होते हैं-
पहला स्टेप यह है कि आपको प्रेगनेंसी टेस्ट करके देखना है कि गर्भावस्था जांच का रिजल्ट नेगेटिव आ रहा है या नहीं. यदि प्रेगनेंसी टेस्ट का रिजल्ट नेगेटिव आ रहा है तो इसका मतलब यह है की आप प्रेग्नेंट नहीं है.
दूसरा स्टेप हेतु आपको सोनोग्राफी जांच करवानी है क्योंकि गर्भपात होने के बाद कई बार गर्भाशय में भ्रूण के अवशेष यानी कुछ टिशू रह जाते हैं जिनका पता प्रेगनेंसी टेस्ट रिजल्ट में नहीं चलता है. इसलिए प्रेगनेंसी टेस्ट रिजल्ट नेगेटिव आने के बाद भी सोनोग्राफी जांच करके यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि गर्भपात पूरा हो गया है.

एबॉर्शन गर्भपात के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए, गर्भपात के बाद प्रेगनेंसी टेस्ट, गर्भपात के कितने दिन बाद पीरियड आता है	 या मासिक धर्म

सफल गर्भपात के लक्षण (Symptoms of complete abortion in Hindi)

सफल गर्भपात वो होता हैं जिसके बाद महिला के गर्भाशय में कोई विकार नहीं रहता हैं यानी भ्रूण का कोई अवशेष नही रहता है. लेकिन इसकी पहचान कैसे करें यानी कैसे पता करने के लिए गर्भपात सफल हुआ है तो इस हेतु कुछ शारीरिक लक्षण को पहचान कर हम इसकी सफलता के बारे में जान सकते हैं तथा कुछ प्रमुख सफल गर्भपात के लक्षण निम्नलिखित हैं-
• सफल गर्भपात का पहला लक्षण यह है की शुरुआत में ज्यादा ब्लीडिंग होती हैं तथा फिर ब्लीडिंग और स्पॉटिंग कम होकर सप्ताह भर बाद बंद हो जाती है. यदि 10 दिन से अधिक समय तक ब्लीडिंग होती रहे तो यह खतरनाक हो सकता है तथा इस के निदान हेतु जल्दी से डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
• गर्भपात के समय पेट में दर्द और ऐंठन होती हैं जो शुरुआती एक-दो दिनो में ज्यादा रहती है तथा बाद में कम होते हुए धीरे-धीरे बंद हो जाता हैं तथा दर्द निवारक टेबलेट लेने से भी इस दर्द से छुटकारा मिलता है और यह सब सफल गर्भपात के लक्षण होते हैं. यदि सप्ताह भर बाद भी पेट में दर्द और ऐंठन कम नहीं होता हैं तथा दर्द निवारक गोलियों का भी कोई असर नहीं हो तो यह अधूरे गर्भपात के लक्षण हो सकते है तथा ऐसा होने पर आपको तुरंत विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
• सुरक्षित गर्भपात के प्रमुख लक्षण में एक यह भी है की इसके बाद महिला को प्रेगनेंसी के लक्षण महसूस होना बंद हो जाता है. जी मिचलाना, उल्टी होना, खाने के प्रति रुचि का परिवर्तन होना आदि प्रेगनेंसी के शुरूआती लक्षण होते हैं जो सुरक्षित और सफल गर्भपात होने के बाद महसूस होना बंद हो जाते हैं.
• एबॉर्शन के बाद प्रेगनेंसी टेस्ट रिजल्ट नेगेटिव आना भी सफल गर्भपात के लक्षण में प्रमुख हैं. हालांकि गर्भपात के बाद प्रेगनेंसी टेस्ट दो सप्ताह के बाद ही करना चाहिए क्योंकि तब तक महिला के शरीर में एचसीजी (HCG) हार्मोन की कुछ मात्रा हो सकती है जिससे प्रेगनेंसी टेस्ट का रिजल्ट पॉजिटिव भी बता सकता है. इसलिए गर्भपात के बाद प्रेगनेंसी टेस्ट ब्लीडिंग शुरू होने के 2 सप्ताह के बाद ही करना चाहिए.
• पीरीयड शुरू होना भी यह सुनिश्चित करने के लिए काफी है की गर्भपात पूरा हो गया है. गर्भपात के बाद पीरियड सामान्यत 4 से 6 सप्ताह के बीच शुरू होता हैं जो दर्शाता है की गर्भपात सफल हुआ हैं.

इस तरह आपने यह तो जान लिया है की कैसे पता करें की गर्भपात पूरा हो गया है, सफल हुआ है तथा सुरक्षित तरीके से आप इस स्थिति से निकल चुके हैं. जैसा की हमने पहले भी बताया है की सफल गर्भपात के लक्षण के आधार पर ही आप कोई निर्णय नहीं लेकर के अल्ट्रासाउंड कराने बाद ही किसी निश्चित निर्णय पर पहुंचे.

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सफल गर्भपात पूरा होने से संबंधित प्रश्न उत्तर (FAQs related complete abortion in Hindi)

गर्भपात के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए

एबॉर्शन के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए तो इसके लिए आपको कम से कम 2 सप्ताह तक इंतजार करना चाहिए क्योंकि उस समय अबॉर्शन की वजह से महिला मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान रहती है. इसके अतिरिक्त इतने समय तक थोड़ी मात्रा में रक्त स्राव भी हो सकता हैं जिसकी वजह से इस समय संबंध बनाने से इन्फेक्शन होने का खतरा भी रहता हैं इसलिए इन सब कारणों की वजह से गर्भपात के 2 सप्ताह बाद ही संबंध बनाना चाहिए.

गर्भपात के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए

गर्भपात के बाद प्रेगनेंसी टेस्ट कम से कम दो सप्ताह के बाद ही करना चाहिए क्योंकि इसका कारण यह है की 2 सप्ताह तक महिला के शरीर में HCG हार्मोन की थोड़ी बहुत मात्रा उपस्थित रह सकती है जिससे प्रेगनेंसी टेस्ट का रिजल्ट फॉल्स पॉजिटिव आ सकता है. इसलिए गर्भपात के बाद प्रेगनेंसी टेस्ट सामान्यत ब्लीडिंग 2 सप्ताह के बाद ही करना चाहिए.

एबॉर्शन के बाद ओवुलेशन कब होता है

एबॉर्शन के बाद ओवुलेशन पीरियड दो से तीन सप्ताह बाद शुरू हो सकता हैं. ओवुलेशन पीरियड के आधार पर ही अबॉर्शन के बाद पीरियड आने और प्रेगनेंसी की संभावना निर्भर करती हैं. यदि ओवुलेशन देर से होता हैं तो मासिक धर्म भी देर से शुरू होता हैं.

गर्भपात के कितने दिन बाद पीरियड आता है या मासिक धर्म आता है

अबॉर्शन के कितने दिन बाद पीरियड आता है तो यह ब्लीडिंग शुरू होने के दिन से 4 से 6 सप्ताह के बीच शुरू हो सकता हैं. गर्भपात के बाद मासिक धर्म कुछ समय तक असामान्य और अनियमित रह सकता हैं लेकिन एक दो बार पीरियड्स आने बाद सामान्यत यह नियमित हो जाता हैं.

एबॉर्शन के कितने दिन बाद प्रेग्नेंट हो सकती है

एबॉर्शन के बाद प्रेगनेंसी की संभावना 2 सप्ताह बाद ही शुरू हो जाती हैं यानी आप एबॉर्शन के 15 दिन बाद प्रेग्नेंट हो सकती है यदि ओवुलेशन होना शुरू जाए. गर्भपात के बाद ओवुलेशन पीरियड दो सप्ताह बाद शुरू हो सकता हैं जिसमे संबंध बनाने पर आप प्रेग्नेंट हो सकती है. लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार गर्भपात के बाद कम से कम 6 महीने बाद ही प्रेगनेंसी की प्लानिंग करनी चाहिए.

कैसे पता करने के लिए गर्भपात सफल हुआ हैं.

कैसे पता करने के लिए गर्भपात पूरा हो गया है तो इस हेतु आपको प्रेगनेंसी टेस्ट तथा सोनोग्राफी जांच करवानी होगी. यह सुनिश्चित करने के लिए सबसे विश्वसनीय तरीका सोनोग्राफी जांच (अल्ट्रासाउंड टेस्ट) ही होता हैं.

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