क़ुतुब मीनार की लम्बाई कितनी है । कहानी जानकारी

क़ुतुब मीनार को देखकर आपके मन में भी जिज्ञासा हुई होगी की क़ुतुब मीनार की लम्बाई कितनी है. आप सब जानते हैं कि कुतुब मीनार देश की राजधानी दिल्ली में स्थित ईंटो से काफी ऊंचाई में बनी मीनार है, जो भारत ही नहीं पूरी दुनिया की सबसे ऊंची ईंट से बनाई हुई मीनार है. यूनेस्को ने इस मीनार को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल किया है.
कुतुब मीनार की लंबाई 72.5 मीटर यानी 238 फीट तक है तथा इस ऊंचाई तक पहुंचने हेतु 379 सीढियां है. इस मीनार का निर्माण 1193 में शुरू होकर तीन चरणों से गुजरते हुए 1368 में पूरा हुआ तथा इस दौरान कुतुबुद्दीन ऐबक, इल्तुतमिश तथा फिरोज़ शाह तुगलक के शासनकाल में इस पर विभिन्न चरणों में निर्माण कार्य होते गए. तो आज की पोस्ट शुरू करते हैं तथा विस्तार से जानकारी लेते हैं कि कुतुब मीनार की लंबाई कितनी है, कहां पर स्थित है, इसकी कहानी क्या है.

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क़ुतुब मीनार की लम्बाई कितनी है । Qutub Minar Ki Lambai Kitni Hai

जैसा कि ऊपर आपने पढ़ा की क़ुतुब मीनार की लम्बाई (Qutub minar height) का शुद्ध माप 72.5 मीटर यानी 238 फीट है. क़ुतुब मीनार के निचले हिस्से का व्यास 14.3 मीटर से शुरू होकर उपरी हिस्से तक 2.75 मीटर रह जाता है. कुतुबमीनार में कुल पांच मंजिल है तथा यह मीनार भारत की ही नहीं पूरी दुनिया में ईंटो से बनी सबसे ऊंची मीनार है. इसके अलावा आप यह जानकर आश्चर्यचकित हो जाएंगे कि इतनी ऊंचाई तक चढ़ने के लिए इसमें 379 सीढ़ियां भी है. क़ुतुब मीनार दिल्ली के सबसे लोकप्रिय पर्यटक स्थलों में से एक है.
कुतुबमीनार का निर्माण कुतुबुद्दीन ऐबक ने शुरू किया था लेकिन वह पूरा नहीं कर पाया था. कुतुबुद्दीन के अलावा इल्तुतमिश तथा फिरोज़ शाह तुगलक ने भी इस मीनार के निर्माण में अपना योगदान दिया. इसके अलावा भूकंप तथा अन्य प्राकृतिक आपदाओं की वजह से भी इस मीनार को समय-समय पर नुकसान पहुंचा तथा विभिन्न शासकों ने इसका जीर्णोद्धार करवाया.
kutub minar ki lambai kitni hai । क़ुतुब मीनार की लम्बाई कितनी है जानने के अलावा यहां आने वाले पर्यटकों के मन में एक और जिज्ञासा यह रहती है कि इस मीनार के परिसर में स्थित लोहे के खंभे में जंग क्यों नहीं लगती है. जी हां दोस्तो इस लोहे के खंबे की जंग प्रतिरोधक क्षमता को देखकर पूरी दुनिया के वैज्ञानिक हैरान हैं.
यूनेस्को ने क़ुतुब मीनार को विश्व धरोहर सूची (World Heritage list) मे शामिल कर रखा है, जो हम सब भारत वासियों के लिए गर्व का विषय है.

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क़ुतुब मीनार की कहानी और इतिहास । History of Qutub Minar in Hindi

Qutub Minar Ki Lambai Kitni Hai इसके बारे में तो आप ने जान लिया है, अब हम इसकी कहानी और इतिहास की जानकारी आपको प्रदान करेंगे की क़ुतुब मीनार किसने बनवाया. क़ुतुब मीनार का निर्माण 1193 ई. में कुतुबुद्दीन ऐबक (जो दिल्ली का प्रथम मुस्लिम शासक भी माना जाता है) ने शुरू करवाया था. लेकिन इस मीनार के निर्माण होने से पूर्व ही कुतुबुद्दीन ऐबक की मृत्यु हो गई थी. कुतुबुद्दीन ऐबक की शासनकाल में इस मीनार की पहली मंजिल का ही काम पूर्ण हुआ था.
अब इस मीनार को पूर्ण करने की जिम्मेदारी कुतुबुद्दीन ऐबक के ही दामाद तथा उसके बाद शासक बने इल्तुतमिश ने ले ली तथा क़ुतुब मीनार में तीन और मंजिलो का निर्माण करवाया. लेकिन 1236 ई. को इल्तुतमिश की भी मृत्यु हो गयी तथा कुतुबमीनार का निर्माण पूर्ण नहीं हो पाया.
इल्तुतमिश के मरने के बाद एक बार क़ुतुब मीनार में आग भी लग गयी थी, जिसकी वजह से भी इस मीनार को काफी नुकसान पहुंचा था. इल्तुतमिश के बाद फिरोजशाह तुगलक ने क़ुतुब मीनार के निर्माण का कार्य 1368 ई. मे पूर्ण किया था तथा क़ुतुब मीनार को इस ऊंचाई तथा लंबाई तक पहुंचाया था. इस तरह फ़िरोज़शाह तुगलक ने न केवल आग लगने के बाद इस मीनार को दुरुस्त करवाया बल्कि पांचवी और अंतिम मंजिल का निर्माण कर इसे पूर्ण भी किया.
और इस तरह से आपने कुतुब मीनार की कहानी और इतिहास के माध्यम से यह तो जान लिया होगा की तीन शासकों के शासनकाल में क़ुतुब मीनार बनकर तैयार हुआ तथा इस मीनार के निर्माण में लाल और हल्के पीले बलुआ पत्थर तथा संगमरमर का उपयोग हुआ था.

FAQ : Qutub minar in Hindi

कुतुब मीनार से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण सवाल हमें कमेंट तथा ईमेल के माध्यम से प्राप्त हुए थे जो निम्नलिखित है.

कुतुब मीनार के निर्माण में कौन से पत्थर का उपयोग किया गया

कुतुब मीनार के नीचे की तीन मंजिलों के निर्माण में लाल बलुआ पत्थर का उपयोग किया गया है. चौथी मंजिल संगमरमर से बनी हुई है तथा पांचवी और अंतिम मंजिल संगमरमर तथा बलुआ पत्थर से निर्मित है.

कुतुब मीनार की लंबाई कितनी है.(Qutub minar height lambai kitni hai)

कुतुब मीनार की ऊँचाई कितनी है? इस प्रश्न का उत्तर हमने इस पोस्ट के ऊपर में दे दिया है जहां से आप कुतुब मीनार की लंबाई के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.

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कुतुब मीनार कहां पर है (Where is Qutub Minar in Hindi)

कुतुब मीनारहमारे देश भारत की राजधानी नई दिल्ली में है. यह दक्षिणी दिल्ली के महरौली इलाके में स्थित है. यह दुनिया को सबसे ऊंचाई की मीनारों में से एक है.

क़ुतुब मीनार का फोटो । Qutub Minar Ka Photo

Qutub minar images । कुतुबमीनार का फोटो आपको इस पोस्ट में देखने को मिल गई होगी. फिर भी और अधिक जानकारी तथा फोटोज के लिए यहां पर उपयुक्त जानकारी प्राप्त होगी.

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कुतुब मीनार कितने मंजिल का है

कुतुब मीनार पांच मंजिल का है. इसमें से पहली मंजिल का निर्माण कुतुबुद्दीन ऐबक ने तथा दूसरी से चौथी मंजिल का निर्माण इल्तुतमिश ने करवाया था. पांचवी और अंतिम मंजिल का निर्माण फिरोज़ शाह तुगलक ने करवाया था. इन पांच मंजिल पर चढ़ने के लिए 379 सीढियां है.

कुतुब मीनार कब बना था । कुतुब मीनार को बनाने में कितना समय लगा?

क़ुतुब मीनार का निर्माण 1193 में शुरू हो गया था लेकिन यह 1368 में जाकर पूर्ण हुआ, यानी कुतुब मीनार को बनाने में 178 वर्ष का समय लगा. 1193 में कुतुब-उद-दीन ऐबक इसकी केवल पहली मंजिल का निर्माण होने तक मर गया था. इसके बाद पहले इल्तुतमिश तथा बाद में 1368 में फिरोज़ शाह तुगलक के शासनकाल में यह मीनार बनकर तैयार हुई.

कुतुब मीनार किसने बनवाया था (Who built qutub minar in hindi)

Who made qutub minar in Hindi । क़ुतुब मीनार का निर्माण 1193 कुतुबुद्दीन ऐबक ने शुरू किया था तथा इल्तुतमिश और उसके बाद फिरोज़ शाह तुगलक के शासनकाल 1368 में बनकर पूरा हुआ, यानी इसे किसी एक शासक ने नहीं बनवाया था बल्कि यह तीन शासकों के शासनकाल में टुकड़ों में बना था.

क़ुतुब परिसर । Kutub Parisar । Qutub complex

क़ुतुब परिसर में कुतुबमीनार के अलावा और भी महत्वपूर्ण स्मारक और दर्शनीय स्थल है जो निम्नलिखित है.
  • क़ुतुब मीनार
  • कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद
  • अलाई दरवाजा
  • अलाई मीनार
  • अला-उद-दीन का मदरसा और मकबरा
  • लौह स्तंभ
  • इमाम ज़मीन का मकबरा
  • सैंडर्सन की सुंडियाल
  • मेजर स्मिथ का कपोला

कुतुब मीनार को लेकर विवाद

कुतुब मीनार को लेकर समय-समय पर विवाद भी उठते रहते हैं कि यह स्मारक कुतुबुद्दीन ऐबक से कई सौ साल पहले से बना हुआ है तथा किसी हिंदू शासक ने बनाया था क्योंकि इस मीनार पर की गई नक्काशी में कई हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियां है. कुछ जानकार दावा करते हैं कि इसे पहले 'विष्णु स्तम्भ' और 'सूर्य स्तंभ' कहा जाता था क्योकि यहां पर इन देवताओ की मूर्तियों की बहुलता है.

क़ुतुब मीनार कैसे पहुचे

दिल्ली पहुंचने के बाद कुतुब मीनार आप मेट्रो से, टैक्सी तथा लोकल ट्रांसपोर्ट की सहायता से पहुंच सकते हैं. कुतुब मीनार पहुंचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण यातायात साधन स्थल निम्न है.
निकटतम मेट्रो स्टेशन - क़ुतुब मीनार मेट्रो स्टेशन
निकटतम रेलवे स्टेशन - पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन
निकटतम बस स्टैंड - आकाशमी गेट बस स्टैंड
निकटतम हवाई अड्डा - इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा

कुतुब मीनार का समय क्या है? (Qutub minar timings in Hindi)

Qutub minar open today जी हां कुतुब मीनार का समय यानी टाइमिंग सप्ताह के सभी सातों दिनों में पर्यटकों के लिए ओपन रहता है. यानी आप इसे देखने के लिए किसी भी दिन आ सकते है लेकिन यह ध्यान रखें की आप सुबह 7:00 बजे से शाम 5:00 बजे के बीच ही यहां आए.
क़ुतुब मीनार खुलने का समय - सुबह 7:00 बजे
Qutub minar open timings - 7.00 AM

क़ुतुब मीनार बंद होने का समय - शाम 5:00 बजे
Qutub minar close timings - 5.00 PM

क़ुतुब मीनार का टिकट कितना है (Qutub minar ticket in hindi)

कुतुबमीनार को देखने के लिए पर्यटको से टिकट यानी प्रवेश शुल्क लिया जाता है जो भारतीय और विदेशी पर्यटकों के लिए अलग-अलग है.
प्रवेश शुल्क (भारतीय पर्यटक) - ₹ 35
Qutub minar ticket for Indian tourist - ₹ 35
प्रवेश शुल्क (विदेशी पर्यटक) - ₹ 550
Qutub minar ticket for foreigner tourist - ₹ 550

तो आज की पोस्ट कुतुब मीनार की लम्बाई कितनी है आपको कैसी लगी हम इसी तरह की अन्य ऐतिहासिक तथा दर्शनीय स्थलों के बारे में हिंदी में जानकारी आप तक पहुंचाते रहेंगे आप भी अगर किसी अन्य दर्शनीय स्थल या ऐतिहासिक जगह के बारे में जानना चाहते हैं तो हमें जरूर बताएं. कुतुब मीनार की जानकारी, कुतुब मीनार कहां पर है, कहानी, इतिहास, फोटो आदि के बारे में संपूर्ण जानकारी देने की चेष्टा हमने की है.

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