कई बार ऐसा होता है कि कुछ कपल्स थोड़े समय के लिए बच्चा नही करना चाहते हैं, और मेडिकल गर्भनिरोधक का प्रयोग भी नहीं करना चाहते हैं तो ऐसे में प्रेगनेन्सी रोकने के घरेलू उपाय काम में लिए जाते है. आज की पोस्ट में हम आपको प्रेगनेन्सी रोकने के घरेलू उपाय के बारे में बताएंगे, जिन्हें उपयोग में लाकर गर्भवती होने से बचा जा सकता है. इन हर्बल तरीको का इस्तेमाल करके आप अनचाहे गर्भ से बच सकते हैं.
प्रेगनेंसी रोकने के घरेलू उपाय
Homemade Tips to Stop Preganacy in Hindi
जैसा कि हमने ऊपर बताया आजकल कम नुकसानदायक होने की वजह से प्रेगनेंसी रोकने के घरेलू उपाय का काफी उपयोग किया जाता है. आज हम इन्हीं घरेलू नुस्खों के बारे में बताएंगे जिनको उपयोग में लाकर आप प्रेग्नेंट होने से बच सकते हैं. हालांकि प्रेगनेंसी रोकने हेतु यह घरेलू नुस्खे शत प्रतिशत कारगर होंगे, ऐसा नहीं कहा जा सकता है लेकिन फिर भी गर्भवती होने से बचने के लिए आप इन घरेलू उपायों का प्रयोग कर सकते हैं. प्रेगनेंसी रोकने के प्रमुख घरेलू उपाय निम्नलिखित है-
1- कच्चे पपीता के रोजाना सेवन से गर्भ नहीं ठहरता है. माना जाता है कि कच्चे या पके पपीता का सेवन गर्भाशय में गर्भ ठहरने के जरूरी परिस्थितियों को समाप्त कर देता है, जिससे महिला गर्भवती नहीं होती हैं. जैसा कि हमने गर्भपात वाले पोस्ट में बताया था की पपीता के लेटेक्स में प्रोस्टाग्लैंडीन व ऑक्सीटोसिन नाम के हार्मोन और पपेन नामक एंजाइम होता हैं जो गर्भ निरोधक का काम करता है.
2- अनानास का रोजाना सेवन भी प्रेगनेंसी रोकने के घरेलू उपाय के रूप में प्रयोग किया जाता है. अनानास में ब्रोमेलैन एंजाइम होता है, जो एक प्राकृतिक गर्भ निरोधक का काम करता है इसलिए अनानास का अधिक मात्रा में सेवन करने से गर्भ नहीं ठहरता है.
3- विटामिन सी का ज्यादा सेवन भी प्राकृतिक गर्भनिरोधक का कार्य करता है. विटामिन सी के अधिक सेवन से आप के गर्भवती होने की संभावना कम हो जाती है. कई महिलाएं गर्भपात करने के लिए भी विटामिन सी का सेवन करती है. विटामिन सी से भरपूर सब्जियां फल फ्रूट तथा विटामिन सी की गोलियां खाने से गर्भ ठहरने के चांसेस कम हो जाते हैं.
4- आंवला भी प्रेगनेंसी को रोकने के लिए काम में आता है. आंवला को प्रेगनेंसी रोकने के घरेलू उपाय के रूप में उपयोग कई महिलाएं करती है. आंवला में विटामिन सी की प्रचुरता होती है और विटामिन सी एक प्राकृतिक गर्भनिरोधक माना जाता है. 5- नींबू और संतरा में भी आंवला की तरह ही विटामिन सी की प्रचुरता होती है इसलिए निंबू और संतरा के उपयोग से भी गर्भ ठहरने के चांसेज कम हो जाते हैं.
6- अदरक को पीरियड को प्रेरित करने वाला आहार माना जाता है. इस वजह से अनचाही गर्भधारण से बचने हेतु अदरक का सेवन किया जाता है. प्रेगनेंसी से बचने हेतु अदरक को किसकर और फिर पानी में उबालकर उपयोग किया जाता है.
7- प्रेगनेंसी रोकने के घरेलू उपाय में अंजीर को सबसे ज्यादा भरोसेमंद गर्भ निरोधक माना जाता है. यदि आपको लगता है कि असुरक्षित संभोग हो गया है तो 2 से 3 अंजीर का सेवन करे, यह आपकी चिंता दूर कर देगा.
8- हिंग भी प्राकृतिक गर्भनिरोधक माना जाता है. अनचाहे गर्भ को रोकने हेतु जल मे थोड़ी मात्रा में हींग को मिलाए तथा इसे थोड़े थोड़े दिनों में उपयोग में लेने से गर्भधारण की चिंता दूर हो जाएगी.
9- शलजम के उपयोग से भी अनचाहे गर्भ धारण की संभावना समाप्त हो जाती है. शलजम का प्रयोग असुरक्षित संभोग के सभी 1 सप्ताह तक करने पर भी गर्भधारण की संभावना कम हो जाती है. गर्भनिरोधक के रूप में शलजम का उपयोग करने के लिए इसे सुखाकर थोड़ी मात्रा में पीस लेना चाहिए तथा आधा कप पानी में मिलाकर पीना चाहिए.
10- दालचीनी को गर्म परवर्ती का मसाला माना जाता है, इसलिए इसका उपयोग अनचाहे गर्भ से बचने के लिए किया जा सकता है. दालचीनी का मसाले के रूप में रोजाना उपयोग करने से गर्भ धारण करने की संभावना काफी कम हो जाती है.
11- अनचाहे गर्भ से बचने के लिए नीम का उपयोग प्राकृतिक गर्भनिरोधक के रूप में लगभग पूरी दुनिया में किया जाता है. नीम की गोलियों का उपयोग प्रेगनेंसी रोकने के लिए पुरुष और महिला दोनों ही कर सकती है. नीम की गोलियां शुक्राणुओं को खत्म कर देती है जिसकी वजह से गर्भधारण नहीं हो पाता है.
12- इसके अलावा अनचाहे गर्भ से बचने का सबसे आसान तरीका है की आपको ओवुलेशन पीरियड के टाइम संबंध नहीं बनाना चाहिए. जैसा कि आप जानते होगे की ओवुलेशन चक्र का समय, पीरियड के 14 से 16 वें दिन के बीच सामान्यत होता है. इस समय में संबंध बनाने से परहेज कर प्राकृतिक रूप से गर्भवती होने से बचा जा सकता है.
प्रेगनेंसी रोकने के घरेलू उपाय कभी भी 100% सफल नहीं होते हैं, इसलिए प्रेगनेंसी रोकने के लिए इन घरेलू उपाय का प्रयोग आपातकालीन परिस्थितियों में ही करें. यदि आप गर्भवती होना नहीं चाहते हैं तो मेडिकल गर्भनिरोधक साधनों का प्रयोग करें क्योंकि उनकी एक्यूरेसी घरेलू उपायों से ज्यादा होती है. हालांकि यह बात सत्य है की प्राकृतिक और आयुर्वेदिक तरीके से किए गए गर्भ निरोधक उपाय कोई साइड इफेक्ट नहीं करते हैं जबकि मेडिकल गर्भनिरोधक महिला के शरीर में कई साइड इफेक्ट उत्पन्न करते हैं. इसलिए यदि आप भविष्य में बच्चा नहीं चाहते हैं तो नसबंदी ही सबसे कारगर और उत्तम तरीका है प्रेग्नेंसी रोकने के लिए.
प्रेगनेंसी रोकने के मेडिकल उपाय हिंदी में
प्रेगनेंसी रोकने के घरेलू उपाय
Homemade Tips to Stop Preganacy in Hindi
जैसा कि हमने ऊपर बताया आजकल कम नुकसानदायक होने की वजह से प्रेगनेंसी रोकने के घरेलू उपाय का काफी उपयोग किया जाता है. आज हम इन्हीं घरेलू नुस्खों के बारे में बताएंगे जिनको उपयोग में लाकर आप प्रेग्नेंट होने से बच सकते हैं. हालांकि प्रेगनेंसी रोकने हेतु यह घरेलू नुस्खे शत प्रतिशत कारगर होंगे, ऐसा नहीं कहा जा सकता है लेकिन फिर भी गर्भवती होने से बचने के लिए आप इन घरेलू उपायों का प्रयोग कर सकते हैं. प्रेगनेंसी रोकने के प्रमुख घरेलू उपाय निम्नलिखित है-
1- कच्चे पपीता के रोजाना सेवन से गर्भ नहीं ठहरता है. माना जाता है कि कच्चे या पके पपीता का सेवन गर्भाशय में गर्भ ठहरने के जरूरी परिस्थितियों को समाप्त कर देता है, जिससे महिला गर्भवती नहीं होती हैं. जैसा कि हमने गर्भपात वाले पोस्ट में बताया था की पपीता के लेटेक्स में प्रोस्टाग्लैंडीन व ऑक्सीटोसिन नाम के हार्मोन और पपेन नामक एंजाइम होता हैं जो गर्भ निरोधक का काम करता है.
2- अनानास का रोजाना सेवन भी प्रेगनेंसी रोकने के घरेलू उपाय के रूप में प्रयोग किया जाता है. अनानास में ब्रोमेलैन एंजाइम होता है, जो एक प्राकृतिक गर्भ निरोधक का काम करता है इसलिए अनानास का अधिक मात्रा में सेवन करने से गर्भ नहीं ठहरता है.
3- विटामिन सी का ज्यादा सेवन भी प्राकृतिक गर्भनिरोधक का कार्य करता है. विटामिन सी के अधिक सेवन से आप के गर्भवती होने की संभावना कम हो जाती है. कई महिलाएं गर्भपात करने के लिए भी विटामिन सी का सेवन करती है. विटामिन सी से भरपूर सब्जियां फल फ्रूट तथा विटामिन सी की गोलियां खाने से गर्भ ठहरने के चांसेस कम हो जाते हैं.
4- आंवला भी प्रेगनेंसी को रोकने के लिए काम में आता है. आंवला को प्रेगनेंसी रोकने के घरेलू उपाय के रूप में उपयोग कई महिलाएं करती है. आंवला में विटामिन सी की प्रचुरता होती है और विटामिन सी एक प्राकृतिक गर्भनिरोधक माना जाता है. 5- नींबू और संतरा में भी आंवला की तरह ही विटामिन सी की प्रचुरता होती है इसलिए निंबू और संतरा के उपयोग से भी गर्भ ठहरने के चांसेज कम हो जाते हैं.
6- अदरक को पीरियड को प्रेरित करने वाला आहार माना जाता है. इस वजह से अनचाही गर्भधारण से बचने हेतु अदरक का सेवन किया जाता है. प्रेगनेंसी से बचने हेतु अदरक को किसकर और फिर पानी में उबालकर उपयोग किया जाता है.
7- प्रेगनेंसी रोकने के घरेलू उपाय में अंजीर को सबसे ज्यादा भरोसेमंद गर्भ निरोधक माना जाता है. यदि आपको लगता है कि असुरक्षित संभोग हो गया है तो 2 से 3 अंजीर का सेवन करे, यह आपकी चिंता दूर कर देगा.
8- हिंग भी प्राकृतिक गर्भनिरोधक माना जाता है. अनचाहे गर्भ को रोकने हेतु जल मे थोड़ी मात्रा में हींग को मिलाए तथा इसे थोड़े थोड़े दिनों में उपयोग में लेने से गर्भधारण की चिंता दूर हो जाएगी.
9- शलजम के उपयोग से भी अनचाहे गर्भ धारण की संभावना समाप्त हो जाती है. शलजम का प्रयोग असुरक्षित संभोग के सभी 1 सप्ताह तक करने पर भी गर्भधारण की संभावना कम हो जाती है. गर्भनिरोधक के रूप में शलजम का उपयोग करने के लिए इसे सुखाकर थोड़ी मात्रा में पीस लेना चाहिए तथा आधा कप पानी में मिलाकर पीना चाहिए.
10- दालचीनी को गर्म परवर्ती का मसाला माना जाता है, इसलिए इसका उपयोग अनचाहे गर्भ से बचने के लिए किया जा सकता है. दालचीनी का मसाले के रूप में रोजाना उपयोग करने से गर्भ धारण करने की संभावना काफी कम हो जाती है.
11- अनचाहे गर्भ से बचने के लिए नीम का उपयोग प्राकृतिक गर्भनिरोधक के रूप में लगभग पूरी दुनिया में किया जाता है. नीम की गोलियों का उपयोग प्रेगनेंसी रोकने के लिए पुरुष और महिला दोनों ही कर सकती है. नीम की गोलियां शुक्राणुओं को खत्म कर देती है जिसकी वजह से गर्भधारण नहीं हो पाता है.
12- इसके अलावा अनचाहे गर्भ से बचने का सबसे आसान तरीका है की आपको ओवुलेशन पीरियड के टाइम संबंध नहीं बनाना चाहिए. जैसा कि आप जानते होगे की ओवुलेशन चक्र का समय, पीरियड के 14 से 16 वें दिन के बीच सामान्यत होता है. इस समय में संबंध बनाने से परहेज कर प्राकृतिक रूप से गर्भवती होने से बचा जा सकता है.
प्रेगनेंसी रोकने के घरेलू उपाय कभी भी 100% सफल नहीं होते हैं, इसलिए प्रेगनेंसी रोकने के लिए इन घरेलू उपाय का प्रयोग आपातकालीन परिस्थितियों में ही करें. यदि आप गर्भवती होना नहीं चाहते हैं तो मेडिकल गर्भनिरोधक साधनों का प्रयोग करें क्योंकि उनकी एक्यूरेसी घरेलू उपायों से ज्यादा होती है. हालांकि यह बात सत्य है की प्राकृतिक और आयुर्वेदिक तरीके से किए गए गर्भ निरोधक उपाय कोई साइड इफेक्ट नहीं करते हैं जबकि मेडिकल गर्भनिरोधक महिला के शरीर में कई साइड इफेक्ट उत्पन्न करते हैं. इसलिए यदि आप भविष्य में बच्चा नहीं चाहते हैं तो नसबंदी ही सबसे कारगर और उत्तम तरीका है प्रेग्नेंसी रोकने के लिए.
प्रेगनेंसी रोकने के मेडिकल उपाय हिंदी में